उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि वह पड़ोसी देशों के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद की नीति को उचित ठहराने के लिए निर्गुट आंदोलन सम्मेलन का दुरुपयोग कर रहा है। अजरबैजान के बाकू में 18वें निर्गुट आंदोलन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने हित में और साथ-साथ अपने पड़ोसियों और पूरे विश्व के हित में आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना होगा। श्री नायडू ने निर्गुट देशों से हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतारने वाली हिंसक उग्रवादी विचारधारा और आतंकी गतिविधियों का कोई औचित्य नहीं है। श्री नायडू ने कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उपराष्ट्रपति ने आतंकवादियों और इन्हें शह और समर्थन देने वालों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और कानूनों को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र में सुधार से न्यायपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था कायम करने का आग्रह किया।
इस वर्ष सम्मेलन का थीम है- ‘समकालीन विश्व की चुनौतियों के समाधान के लिए बांडुंग सिद्धांतों का अनुपालन’।
