सुप्रीम कोर्ट ने इन्सेफलाइटिस पर दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र, बिहार और यूपी सरकार से 7 दिन में जवाब मांगा है। मुजफ्फरपुर में अब तक 130 बच्चों की मौत हो चुकी है।
मुजफ्फरपुर में अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और बिहार सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने इन्सेफलाइटिस से मौतों पर बिहार, केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को 7 दिनों की समय सीमा में अपना जवाब हलफनामा दायर कर दाखिल करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने राज्यों और केंद्र सरकार को अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए दी जा रही मेडिकल सुविधाएं, अस्पतालों की व्यवस्था, पोषण और साफ-सफाई पर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
वहीं अब तक बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है। रविवार को एक और बच्चे की मौत हो गई। मुजफ्फपुर के श्री कृष्ण कॉलेज और अस्पताल में कल हुए बच्चे की मौत के साथ एसकेएमसीएच अस्पताल में मरने वालों की संख्या 110 हो गई है वहीं केजरीवाल अस्पताल में मरने वालों की संख्या अबतक 20 है। एसकेएमसीएच और केजरीवाल दोनों अस्पतालों में कुल 4 मरीज गंभीर स्थिति में है। वहीं इस बीमारी से जुड़ा अबतक 593 मामला दर्ज किया गया है जिसमें 308 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। गौरतलब हो कि बारिश का मौसम शुरू होने के साथ रविवार को मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का एक भी नहीं मामला दर्ज नहीं किया गया। मानसून के आगमन के बाद उम्मीद की जा रही है कि इस बीमारी का प्रभाव धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा।
बिहार में कुपोषण के विरूद्ध बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा। राज्य में दिमागी बुखार यानी एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रॉम-एईएस से बच्चों की मौत के बाद यह कदम उठाया जा रहा है। मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर जिलों सहित दिमागी बुखार से प्रभावित राज्य के बीस जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
