प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आईआईटी मद्रास के 56वें दीक्षांत समारोह में होंगे शामिल। प्रधानमंत्री दूसरे भारत-सिंगापुर संयुक्त हैकाथॉन के प्रतिभागियों को भी करेंगे संबोधित।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आईआईटी मद्रास के 56वें दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे। आईआईटी मद्रास के लिए ये साल इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हाल ही में संस्थान को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा मिला है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की NIRF रैंकिंग में भी आईआईटी मद्रास लगातार चार साल से शीर्ष पर काबिज़ है। मद्रास की यात्रा के दौरान ही प्रधानमंत्री दूसरे भारत – सिंगापुर संयुक्त हैकाथॉन के प्रतिभागियों को भी संबोधित करेंगे और वहां स्थित रिसर्च पार्क में शुरू हुए विभिन्न स्टार्ट अप का जायज़ा भी लेंगे।
देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों में शुमार आईआईटी मद्रास ने अपनी स्थापना के 60 साल पूरे कर लिए हैं। आईआईटी मद्रास की स्थापना 1959 में हुई थी और संस्थान के डायमंड जुबली वर्ष में आयोजित हो रहे 56वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ख़ुद मौजूद रहेंगे। आईआईटी मद्रास के लिए ये साल इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हाल ही में संस्थान को उत्कृष्ट संस्थान यानि इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस का दर्जा मिला है। ग़ौरतलब है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एनआईआरएफ(NIRF) रैंकिंग में आईआईटी मद्रास लगातार चार साल से शीर्ष पर काबिज़ है।
आईआईटी मद्रास में 28 और 29 सितंबर को आयोजित हुए भारत – सिंगापुर संयुक्त हैकाथॉन के प्रतिभागियों को भी प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे और विजेता टीमों को सम्मानित करेंगे। लगातार 36 घंटे तक चले इस हैकाथॉन में 20 टीमों ने हिस्सा लिया और शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़ी समस्याओं का हल ढूंढने की कोशिश की। पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा स्थान हासिल करने वाली टीमों को क्रमशः दस हज़ार, आठ हज़ार, छह हज़ार और चार हज़ार डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
प्रधानमंत्री आईआईटी मद्रास स्थित रिसर्च पार्क भी जाएंगे और वहां चल रहे विभिन्न स्टार्ट अप का जायज़ा लेंगे। आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क भारत का पहला विश्वविद्यालय आधारित रिसर्च पार्क है, जिसकी शुरुआत 2010 में हुई थी। 12 लाख वर्ग फीट में फैले इस रिसर्च पार्क की स्थापना उद्योग और शिक्षा जगत को साथ लाने के मकसद से की गई थी, ताकि दोनों मिलकर स्टार्ट अप विकसित कर सकें। आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में अब तक 200 से भी अधिक स्टार्ट अप की शुरुआत हुई है।
